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प्रशांत भाईसाब ललितपुर वाले😀😀 😃😎😲😛👲👷

तमाम बातें जो तुमसे करनी थी....तुमसे कहनी थी
वो अधूरी रह गईं...बातें भी और हमारी कहानी भी
वो हालात,दिल के जज्बात,जो तुम्हें बताने थे......उस समय नहीं पता था कि ये प्यार क्या होता है मगर आज समझ आता है और ये अहसास होता है कि काश वो गुजरे पल मेरे पास होते....बीते दिन मेरे पास होते............
                         पीयूष जैन टड़ा आर्टिस्ट

कितना अच्छा था वो बचपन वाला प्यार,जिसमे बस प्यार था और कुछ नहीं....बस निस्वार्थ प्रेम
...........................................................

क्या था .......नहीं पता........शायद एक अच्छे दोस्त की परवाह...उससे मिलने झगड़ने का वहाना था.....उसके सामने जोकर बनना उसको हँसाने का तरीका था....
           
    मगर वो बस महज बातें रह गई...यादें रह गई...


   अधूरी बातें.....अधूरी कहानी........ 😨😰   




प्रशांत भिया ललितपुर वाले प्रथम व्यक्ति पृथक डिपार्टमेंट के😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀


भाईसाब भाईसाब कहके हम लोग इनको चिड़ाते थे मगर अब इनको फर्क नहीं पड़ता।। क्योंकि अब इनने मूवी का डाईलोग सुन लिया है कि जिन्दगी में अब कुछ भी हो जाये फर्क नहीं पड़ता .....असली फर्क तभी आता है

इन चार सालों के साथ में ये व्यक्ति ही मेरी नज़र में सबसे ज्यादा बीमार रहा है😴😴😴😴
और काम न करना हो तो इनके पास अनगिनत बहाने हैं यदि आप चाहें तो सलाह ले सकते हैं
दिल के मगर साफ हैं.........





बस दिमाग से थोड़ी पैदल हैं और सब बढिया हैं
सबसे लोकप्रिय इनका खाने में व्यंजन है डोसा...
जैसे कहते हैं न कुछ भी कर मगर फेसबुक पर डाल.....
वैसे ही कुछ भी कर मगर डोसा ला...कंही से भी😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀


शौक के ये शौकीन हैं और हमारी किलास के अच्छे फोटोग्राफर हैं हमाई भी एकबार इनने फोटो ली थी जो कि हम अपने फेसबुक अकाउंट पर प्रोफाइल बनाये रहे थे....इसके लिए उनको इन्स्टाग्राम वाला लाइक.........
दूसरी बात इनकी राइटिंग की तो इत्ती फाड़ू है कि खुद लिखें और खुदा वांचे...... लाजबाब😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀

इनकी आदत है कि इनका एक समय पर एक ही दोस्त रहता है और ये दोस्ती अच्छी निभाते हैं


अच्छी बात तो ये है कि वो इतने बार बीमार रहे मगर कभी हम लोगो को छोड़ कर नहीं गये.. मतलब घर वापस नहीं गये....
बाक़ी हँसी तो इनकी ब्रेक खाती है....

और प्रवचन या कोई भी सभा हो एक खकार से अपने होने का अहसास दिलाते हैं


एक बार इनसे मेरी लड़ाई हुयी थी कनिष्ठ में तबसे अभी तक नहीं हुयी.......
बाक़ी एक लड़ाई ही कॉमन है जो हमाई सबसे हुयी है
खैर हमाये अच्छे दोस्त हैं और बड़े बड़े सपने रखते हैं😎😎😎😎😎😎

फोटू गजब की खीचते हैं और इनकी भी गजब की फोटू हैं........
और आदरणीय सुमत प्रकाश जी भाईसाब के शिष्य हैं..............


भाई के लिए अर्ज किया है

हरिवंश राय बच्चन साब ने कहा है.......

यह बुरा है या कि अच्छा, व्यर्थ दिन इस पर बिताना,
अब असंभव छोड़ यह पथ दूसरे पर पग बढ़ाना,
तू इसे अच्छा समझ, यात्रा सरल इससे बनेगी,
सोच मत केवल तुझे ही यह पड़ा मन में बिठाना,
हर सफल पंथी यही विश्वास ले इस पर बढ़ा है,
तू इसी पर आज अपने चित्त का अवधान कर ले।
पूर्व चलने के बटोही, बाट की पहचान कर ले।

                                          सोमिल जैन" सोमू"""""

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