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पियूष भिया

                      😀 पीयूष भिया😀
😘मंगलम   मंगलम       मंगलम   मंगलम    मंगलम😘
जे वही ब्लॉग है जिसके चर्चे की आग आज भयाभय रूप से हमाय चारों तरफ लगी है..कमबखत हम भी इसकी आंच से अछूते नहीं रहे...।।।जी हम बात कर रहे हैं हमाय गुरु, बड़े भज्जा,मित्र,जिनने हमाय अन्दर के लेखक को जगाया मतलब हमाय गॉड फादर...पीयूष भिया की।।।।।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।
हमाई और उनकी बहुत बनत है काय की जब हमाई बात उनसे होवत है तो लेखन सम्बन्धी ज्यादा होत है ।पहले हम भिया की जानते नहीं थे मगर जब उनका पाला हमसे पड़ा तो हम उनके छोटे भाई निकले😝
अब का लिखे भाईसाब के बारे में ठण्ड के कारन हमाई तू उँगलियाँ नई चल रै मगर जब लिखना अपने बड़े भज्जा के बारे में हो तो ठण्ड की ऐसी की तैसी.......
भिया के कारन ही हमाई रूचि पुस्तकालय में लगी काय की भिया ही पुस्कालय के संरक्षक थे।
फिलहाल मालूम पड़ता है की भाईसाब बहुत फ्री है काहे की दिन में कमसे कम पचासक पोस्ट तो फेसबुक पे डालत ही हैं।।
और एक खास बात भिया एक किताब भी लिख चुके है जब हम उनसे पूछते हैं की कब पड़ बे मिले हमें....
"""बेटा सोमू इस राज को राज रहने दो"""
फुरसतिया ग्रुप के सबसे ज्यादा पोस्ट करने वाले आदमी है भिया। इनकी हर पोस्ट के नीचे इनका प्रिय शब्द""बाबा"" लगा रहता है।।
भिया का कहना है की हम तो ज्ञान बाँटत रहत हैं बाक़ी जो ले लेबे सो ठीक नहीं तो हम अपनों काम जारी रखेंगे।🙌
और ख़तम करबे से पहले कहें तो हमें जो पुस्तकों से प्यार हुआ वो भिया का ही उपकार है ...बाक़ी सब बड़ियाँ बस एक बात बोलें "हम आपसे बहुत प्यार करत है""" और इत्ता ही नहीं जब हम आपके लेख पड़त हैं तो रोज ही बोलत हैं आप भी हमाय साथ में बोलियों
जोर से बोलो............😜 जय बाबा की।।।।
बाक़ी भूल चूक के लिए माफ़ी तोहफा कुबूल करें..

 😛सोमिल जैन"" सोमू"""

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