वेब सीरीज रिव्यु : डायलॉगस ने दम तोड़ दिया इस सीजन में : कॉलेज रोमांस सीजन-2
"कॉलेज रोमांस" का पहला सीजन जब यूट्यूब पर अपलोड हुआ था उसके बाद से ही दर्शकों की ज़बान पर उसी वेब सीरीज के डायलॉगस चढ़े थे। कल उसका दूसरा सीजन रिलीज हुआ है लेकिन हमारे यहाँ जितनी भी वेब सीरीज या मूवी के दूसरे सीजन बने हैं उनमें से एक दो को छोड़कर सब टाइम पास ही बने हैं। इसके भी दूसरे सीजन में कहानी है पर दमदार डायलॉग्स नहीं हैं जो दर्शकों पर पिछली बार की तरह इम्पेक्ट नहीं छोड़ पाए। स्क्रिप्ट कम थी या थी ही नहीं इसलिए गालियों के दम पर कहानी को बढ़ाने की "गाली-गलोच" कोशिश की है। लांग डिस्टेंस रिलेशनशिप को सही प्रूफ करने की कोशिश ही की गई है क्योंकि वैसे डायलॉग नहीं थे जो भावनाओं को शब्द दे सकें।
करन, जो दीपिका के करीब है लेकिन उसकी लाइफ तो हमेशा से ही लांग डिस्टेंस में चल रही होती है। करन वही रणवीर है जो अपनी दीपिका के पीछे पड़ा रहता था। मुझे इस किरदार पर भरोसा नहीं था कि ये बग़ावत भी करेगा मगर लास्ट में ये किरदार मुझे भा गया।
दीपिका का कैरेक्टर पिछले सीजन की तरह शुरू-शुरू में वही रहता है लेकिन लास्ट तक आते-आते उसके मुँह से भी "सॉरी" निकल जाना वेब सीरीज की अपार सफलता है।
नायरा, जो आगे की पढ़ाई करने अमेरिका जा रही होती है तो वो बग्गा के लांग डिस्टेंस रिलेशनशिप जीवन की परीक्षा लेने में लग जाती है और इसके लिए वो प्रेग्नेंट होने का बहाना भी करती है।
इस सीरीज में आया नया किरदार DP मतलब धातृ प्रिया ने अपना नोटिस करने वाला इम्पैक्ट छोड़ा है जो कहानी में हर किसी के साथ अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रही है।
ट्रिपी जो मान चुका है कि लांग डिस्टेंस रिलेशनशिप वर्क नहीं करता इसलिए वो किसी और मैं अपनी रवीना ढूढ़ रहा है पर आख़िर में उसे रवीना ही याद आती है और सीरीज भी खत्म उसी की गाली से होती है।
आखिर में आता है बग्गा। इस किरदार ने न हमें पहले सीजन में बोर किया था और न इस सीजन में बोर किया है। गालियों को छोड़कर आप इनके हर डायलॉग को इंजॉय करेंगे।
निष्कर्ष यही है कि कहानी ने याद रखने वाला इम्पेक्ट इस सीजन में नहीं छोड़ा।अभी बोलूंगा कि कहानी को खींचा गया है तो बोलोगे कि कंटेंट पर कटाक्ष करना बहुत आसान है पर कंटेंट जनरेट करना मुश्किल इसलिए एक बार तो जरुर देखें क्योंकि इस बार इंटरटेनमेंट के साथ एजुकेशन भी है।
और वो डायलॉग कि ईगो है तो इज्ज़त है। इसलिए पुराने वाले कहानी के करन मत बने रहिये, खुद की इज्ज़त करिए और आप इस सीजन वाले करन बनिये। "उम्मीद" और "औकात" दोनों में से एक को छोड़िए मत और एक को हमेशा बनाये रखिये।
लेखक
सोमिल जैन "सोमू
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